tag:blogger.com,1999:blog-5767863496314374517.post628788816061942663..comments2023-10-08T04:34:36.983-07:00Comments on ज़िन्दगी के फलसफ़े: हरियाणा के तौर तरीकेदीपा सिंहhttp://www.blogger.com/profile/09064637613503469968noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-5767863496314374517.post-74203609617484060922009-07-12T07:30:31.073-07:002009-07-12T07:30:31.073-07:00"स्कूटर पर बैठ कर मुझे पकडना नही यह तुम्हारा ..."स्कूटर पर बैठ कर मुझे पकडना नही यह तुम्हारा दिल्ली शहर नही है"<br />काफी अच्छा संस्मरण. बहुत कुछ जानने को मिला.M VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5767863496314374517.post-19404203220381827282009-07-11T06:04:31.948-07:002009-07-11T06:04:31.948-07:00हरियाणा तो काफी आगे रहा है प्रगति के दौर में और रह...हरियाणा तो काफी आगे रहा है प्रगति के दौर में और रही बात रस्मों रिवाजों कि तो आपने जो उस समय किया देखा वो अब यहाँ हो रहा है , लोग और परिवार बदल रहे हैंके सी https://www.blogger.com/profile/03260599983924146461noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5767863496314374517.post-28301111245677705372009-07-11T05:56:31.005-07:002009-07-11T05:56:31.005-07:00हम भी ठहरें हरियाणा के तो शीर्षक देखकर दोडे आ गए। ...हम भी ठहरें हरियाणा के तो शीर्षक देखकर दोडे आ गए। एक अच्छी पोस्ट।सुशील छौक्कर https://www.blogger.com/profile/15272642681409272670noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5767863496314374517.post-90200948404922780902009-07-11T00:04:58.635-07:002009-07-11T00:04:58.635-07:00देर आए दुरुस्त आए... शुक्र है आपने एक नई पोस्ट एक ...देर आए दुरुस्त आए... शुक्र है आपने एक नई पोस्ट एक अनूठे अनुभव के साथ लिखी...इसी तरह से लिखती रहिए... नए नए रीति रिवाज़ो के बारे मे जानना हमेशा अच्छा लगता है ...मीनाक्षीhttps://www.blogger.com/profile/06278779055250811255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5767863496314374517.post-76629263034479326352009-07-10T18:57:06.192-07:002009-07-10T18:57:06.192-07:00बहुत कुछ जानने मिला..हर प्रदेश की परंपराये हैं.बहुत कुछ जानने मिला..हर प्रदेश की परंपराये हैं.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5767863496314374517.post-52949183427318199492009-07-10T09:06:44.434-07:002009-07-10T09:06:44.434-07:00नमस्ते मम्मी,
काफी दिन बाद आपका ब्लॉग पढ़ा, काफी कु...नमस्ते मम्मी,<br />काफी दिन बाद आपका ब्लॉग पढ़ा, काफी कुछ जानने को मिला हरयाणा के बारें में. काफी दिलचस्प चेजें हैं. शायद हम लोग डेल्ही बॉम्बे में रहे हैं तो पढ़ के मुझे और चांदनी को बड़ी अजीब लग रही थी के अरे ऐसा भी होता है क्या. आजकल आपसे ज्यादा बात नहीं हो पाती , काफी काम रहता है, थोड़े दिनों में फ्री होके आचे से बातचित करेंगें .<br />पापा को नमस्ते और स्नूपी को प्यार.<br />आपका पुत्र<br />विवेक और चांदनीAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/04277989453192246851noreply@blogger.com